डेमलर इंडिया ने चेन्नई प्लांट में अपने सोलर फील्ड को बढ़ाया
Published On Jun 03, 2016
जैसे कि अब भारत अपने ईकोफ्रेंडली उद्देश्यों को पूरा करने की ओर अग्रसर है, वैसे ही कमर्शियल व्हीकल मॅन्युफॅक्चरर्स भी अब ईकोफ्रेंडली ट्रक्स बनाने में आगे बढ़ रहे हैं। डेमलर इंडिया व्हीकल (भारत बेंज के नाम से भी जाना जाता है) भी अब इस मामले में एक कदम आगे बढ़ चुका है, तथा अपने चेन्नई स्थित प्लांट पर सोलर एनर्जी को काम में लेना शुरू किया है।इस के अलावा वह रीनेवेबल तथा इनएग्जास्टेबल एनर्जी भी अपने कार्यों के लिए उपयोग में ले रहा है।
इस की ओरंगदम मॅन्यफॅक्चरिंग यूनिट में अब 10,000 नए पॉलीस्टरलाइन फोटोवोल्टेक पेनल्स लगाए है तथा इसके कुलमिलाकर सोलर फील्ड की क्षमता 30.8 मेगावॉट्स से बढ़कर अब .3 मेगावॉट्स हो चुकी है। डीआईसीवी के मैनेजिंग डायरेक्ट एंड सीईओ श्री एरिक नेस्सेलहल्फ इस अचीवमेंट के प्रति जिम्मेदार हैं तथा डीआईसीवी को प्रमुख तौर पर ग्रीन बनाने में कामयाब रहे। उन्होंने कहा कि, “शुरूआत से लेकर अब तक हमारी डीआईसीवी मॅन्यफॅक्चरिंग प्लांट और ऑपरेशंस के कई सारे इंटरगल पार्ट कई तरह के ग्रीन प्रोडक्शन एफर्ट्स हासिल कर चुके हैं। सोलर पावर फेसिलिटीज का यह बड़ा विस्तार हमारे इंडस्ट्री में इस संबंध की सस्टेनेबिलिटी तथा एनवायरमेंटल प्रोटेक्शन के प्रति जागरूक होने के कमिटमेंट को पूरा करता है।”
यह सोलर फील्ड प्लांट के टेस्ट एरिया के बाहर वाले प्रमुख भाग में स्थित है तथा यह हमारे प्लांट में चाही जाने वाली कई सारी एक्टिविटीज की जरूरतों को पूरा करने के लिए एनर्जी मुहैया कराता है। एमएफबीटीसी एंड डेमलर ट्रक्स हेड एशिया, प्रेसिडेंट एंड सीईओ श्री मार्क ललिस्टोसेला भी इस सोलर पेनल के बढ़ावे को लेकर खुश हैं। उन्होंने कहा कि “वैश्विक स्तर पर डेमलर में हम नकारात्मक इफेक्ट्स को हमारी एक्टिविटी के माध्यम से कम करते हैं जिन में हमारी एफेक्टिव एनवायरमेंटल मैनेजमेंट सिस्टम तथा स्टेट ऑफ दी आर्ट टेक्नोलॉजीज की प्रमुख सहायता मिलती है। यह प्रोजेक्ट इस बात का शानदार उदाहरण है कि कैसे डेमलर ट्रक्स एशिया क्लाइमेट प्रोटेक्शन, संसाधनों का समुचित उपयोग तथा एक सजीव एनवायरमेंट को बचाने के लिए अपना काम करता है।”