प्रोफिट तथा सेल्स में इजाफा होने पर मेन ट्रक्स मजबूत हुआ

Published On Apr 08, 2016By प्रशांत तलरेजा

मेन ट्रक्स का प्रोफिट कोस्ट रीस्ट्रक्चिंग तथा ब्राजील में कम मांग की वजह से 92 मिलियन यूरो तक गिरने के बाद अब कंपनी को आने वाले दो सालों में अच्छी सेल्स तथा प्रोफिट की उम्मीद है। एक बार सेल्स गिरने के बाद जर्मनी बेस्ड इस ऑटोमेकर को अपना घाटा पूरा करने के लिए 18000 जॉब्स में कटौती करने समेत प्रोडक्शन को आगे बढ़ाने जैसे काम करने पड़े। यह कठोर निर्णय अब इस कंपनी के लिए अब अच्छा काम करने समेत साल 2021 तक इस के मार्जिन में लगभग 8 फीसदी तक इजाफा कर सकता है।

मेन के चीफ एग्जीक्यूटिव श्री जोओचिम ड्रीज ने कहा कि “हम साल 2021 तक (ट्रक एंड बस डिविजन में) लगभग 8 फीसदी तक का मार्जिन प्रोफिट आंक रहे हैं।” अगर मार्केट मजबूत रहा तो पहले से ही साल 2016 में महत्वपूर्ण प्रगति होगी। स्कैनिया के साथ कोलोब्रेशन करने बाद इस की पेरेंट कंपनी फॉक्सवेगन इन दोनों को एकसाथ लेकर आई है। मेन का मुख्य उद्देश्य अपने मार्जिन में किसी तरह से इजाफा करते हुए डेमलर तथा वोल्वो जैसे प्रमुख कंपीटिटर्स को पछाड़ना है। पिछले साल यह मार्जिन मर्सिडीज बेंज की 7.3 फीसदी की तुलना में 0.2 फीसदी रहा था।

श्री ड्रीज ने कहा कि “मेन अपनी जर्मनी, ऑस्ट्रिया तथा पोलैंड स्थित ट्रक एंड कंपोनेंट फैक्ट्रियों में प्रोडक्शन को पुनः बढ़ा रही है ताकी इन्हें सस्ता बनाया जा सके। यह कदम ट्रक्स डिविजन द्वारा लागत में बढ़ोतरी को साल 2017 तक लगभग 880 मिलियन यूरो तक की बचत करने वाला होगा। हमारे द्वारा भविष्य में निवेश करने के लिए हमें आगे बढ़ाने का यही एक मात्र उपाय है।“

हालांकि मेन को अभी अपने कंपीटिटर्स को पछाड़ने के लिए एक लंबा रास्ता तय करना होगा। इस के बावजूद इसका बढ़ता हुआ प्रोफिट फॉक्वेगन के लिए उसके बाद एक आशा की किरण के तौर आ रहा है जब पिछले साल इस को एमिशन स्कैंडल ने अपनी चपेट में लिया था। तभी यह ग्रुप प्रत्येक ऑटो सेगमेंट पानी मांग रहा है।

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