वोल्वो ट्रक्स इंडिया ने होस्ट किया फ्यूलवॉच चैलेंज का 7वें एडिशन
Published On Jun 21, 2016
वोल्वो ट्रक्स इंडिया ने ट्रक ड्राइवर्स को फ्यूल इकोनॉमी के प्रति अधिक जागरूक बनाने तथा उन्हें ट्रिप्स के दौरान अधिक बचत करने के लिए पूरे भारत स्तर का इवेंट आयोजित किया। कंपनी ने इसे ‘वोल्वो फ्यूलवॉच चैलेंज’ के नाम से आयोजित किया। यह इस इवेंट का 7वां एडिशन था, जिसे नागपुर के नजदीक उमरेद में आयोजित किया गया। इस इवेंट के दौरान हुई 4 किलो मीटर की रेस में वोल्वो एफएमएक्स 440 के 8x4 ट्रिप्पर वाले कुल मिलाकर 30 ड्राइवरों ने हिस्सा लिया। इस में एस वी इंजिनीयरिंग कंट्रक्शन तेलंगाना के अनिल कुमारे रेड्डी विजेत के रूप में उभर कर सामने आए। अब वो एशिया-पैसिफिक में भारत को रिप्रीजेंट करेंगे। इस का आयोजन सितंबर 2016 के महीने में स्वीडन के गोटेनबर्ग में होगा।
इस इवेंट की शुरूआत स्थानीय स्तर पर 230 ड्राइवर्स के साथ हुई थी तथा फाइनल तक केवल 30 ही पहुंच पाए। इन ड्राइवर्स को अपनी दूरी एक बार में बिना किसी लोड और दूसरी बार में 30 टन के लोड के साथ कम से कम फ्यूल की खपत करते हुए पूरी करनी थी। इनमें उन्होंने वोल्वो एफएमएक्स 440 8x4 के दो वेरियंट्स के साथ दो चक्कर लगाने पड़े। इनमें 14 स्पीड मेनुअल ट्रांसमिशन तथा दूसरा 12 स्पीड आई-शिफ्ट ऑटोमेटिक ट्रांसमिशन सिस्टम वाला वेरियंट था। इस में फ्यूल की खपत का पता ब्यूल्ट इन टेलीमेटिक सिस्टम द्वारा लगाया गया जिसे डेनाफ्लीट के नाम से जाना जाता है। इस में विजेता बनने के लिए एवरेज माइलेज 4 किलो मीटर का निर्धारित किया गया था। यह 433 बीएचपी का जबरदस्त पावर 1400 आरपीएम से 1800 आरपीएम पर तथा 2200 एनएम का टॉर्क 1050 आरपीएम से 1400 आरपीएम पर जनरेट करता है।
इस इवेंट के विजेता अनिल कुमारे रेड्डी ने अपने रनर अप से 2.4 फीसदी कम फ्यूल की खपत की। इसके अलावा अपने सबसे पीछे के प्रतिद्वंदी से 37 फीसदी कम फ्यूल की खपत की। इन आंकड़ो को देखने पर पता चलता है कि एक शानदार तरीके से कैसे फ्यूल की खपत को कम किया जा सकता है। इस के अलावा यह फ्यूल इकॉनामी फ्लीट ऑनर्स के लिए कितनी महत्वपूर्ण है। मार्केट स्टडी के मुताबिक फ्यूल ट्रिप कॉस्ट की लगभग आधी कीमत वाला होता है। यदि ड्राइवर प्रत्येक ट्रिप 10 फीसदी फ्यूल भी बचाए तो इस तरह से 100 ट्रक्स रखने वाला ट्रांसपोर्टर लगभग 2 करोड़से 2.5 करोड़ रूपयों की बचत करता है।
इस अवसर पर बोलते हुए वीईसीवी के एक्ग्जीक्यूटिव वाइस प्रेसिडेंट श्री रामा राव एएस ने कहा कि “वोल्वो ट्रक्स की तरफ से शुरू की गई इस पहल को कस्टमर्स बहुत ही अधिक तवज्जो दे रहे हैं। यह ऐसा लगातार 7वां साल है, जब वोल्वो ट्रक्स ने इस इवेंट का आयोजन किया। कस्टमर्स मानते हैं कि यदि ड्राइवर अच्छे तरीके से चलता है तो उन्हें और अधिक लाभ हो सकता है। इसी वजह से हमने इस इवेंट में हमारे कस्टमर्स की आरे से एक बड़े स्तर का इन्वोल्वमेंट, पार्टिशिपेसन तथा उत्साह देगा। हमारा बैंगलोर में स्थित ड्राइवर ट्रेनिंग सेंटर लगातार रूप से बैंगलोर तथा कस्टमर्स की माइन साइट्स दोनों जगहों पर प्रशिक्षित कर रहा है। इस ड्राइविंग ट्रेनिंग का मुख्य उद्देश्य फ्यूल इकॉनोमी ही है।”
उन्होंने कहा कि “आज की तारीख में हम लगभग 50000 प्रशिक्षत ट्रक ड्राइवर्स रखते हैं। हमारे इस इवेंट की 2009 में शुरूआत से लेकर अब तक फ्यूलवॉच चैलेंज में हिस्सा लेने वाले सैंकड़ों ड्राइवर्स फ्यूलवॉच कम्यूनिटी के एंबेसेडर्स बन चुके हैं। वो अपनी प्राप्त की हुई स्किल्स तथा टेक्निकल नॉलेज को शेयर कर रहे है। जिस के पीछे का हमारा उद्देश्य फ्यूल एफिशियंट इंडस्ट्री बनाना है। उनके साथ मिलकर हम फ्यूलवॉच मिशन को इंडस्ट्री तथा समाज के लिए बड़े स्तर पर लागू करना चाहते हैं।”