ट्रक पोर्टल्स की राह होगी कठिन, क्योंकि नीलकेनी-एक्सेल पार्ट्नर के समर्थन वाले ट्रक नेटवर्क ने अपने ऑपरेशंस शुरू किए
Published On Jun 02, 2016
आज जहाँ एक तरफ अनगिनत ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स अनोर्गनाइज़्ड और कई टुकड़ों में बटी ट्रांसपोर्ट इंडस्ट्री को सेवाएँ मुहैय्या करा रहे हैं, वहीं भारत में ट्रक की दुनिया ख़ासी रफ़्तार से डिजिटल होती दिखाई दे रही है। इस क्षेत्र में नई 4टीगो की शुरूआत के साथ ही नंदन नीलकेणी और एक्सेल पार्टनर्स जैसे मजबूत इन्वेटर्स वापस आ चुके हैं। इस नई शुरूआत का उद्देश्य सभी स्टेकहॉल्डर्स को एक समान प्लेटफॉर्म पर लाना है जिसका काम राष्ट्रीय स्तर पर सामान का ट्रांसपोर्टेशन करना है। 4टीगो हाल ही में देश के 6 राज्यों में अपना ऑपरेशन शुरू कर चुका है।
4टीगो के कॉ-फाउंडर अंजनी मंडल ने कहा कि इस कंपनी को 14 तरह की विभिन्न स्ट्रीम्स वाली तकनीक से बनाया गया है। इसका मकसद भारत में कहीं भी मौजूद ट्रक ड्राइवर के लिए आसान यूजर इंटरफेज बनाना है। इसकी मदद से ट्रक ड्राइवर लोड ढूंढने समेत डील को चुनने जैसे कई काम अपने रास्ते पर ही महज 3 क्लिक्स के साथ कर सकता है।
चाल के दौरान ट्रक्स ड्राइवर्स की जरूरतों को पूरा करने के बावजूद यह क्लाउड आधारित प्लेटफॉर्म कंसिग्नर्स, कंसीग्नीज, फ्लीट ऑनर्स, ट्रांसपोर्ट कंपनियों तथा ऐजेंसियो को हाथों-हाथ उनसे संबंधित बिजनेस सेवाएं मुहैया कराने वाला है। इस पोर्टल के तहत ये सभी स्टेकहॉल्डर्स आसानी से एक दूसरे के साथ सूचनाओं तथा ट्रांसेक्ट का आदान-प्रदान करने समेत अपने पूरे बिजनेस को मैनेज कर सकते हैं।
इस स्टार्टअप ने फेडरल बैंक के साथ पार्टनरशिप किया है जिसका मकसद असरकारक ई-पेमेंट प्लेटफॉर्म मुहैया कराना है। इसके अलावा इसने इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (आईओसीएल) के साथ स्ट्रेटजिक पार्टनरशिप की है। आईओसीएल आवश्यक पार्किंग, ऑवरनाइट स्टे, ब्रेकडाउन असिस्टेंस तथा कई सारी चीजें अपने 800 रिटेल आउटलेट्स इसमें शामिल कंपनियों के लिए मुहैया कराएगी।
इस नई शुरूआती कंपनी के साथ ही अन्य ऑनलाइन प्लेटफॉर्म्स जैसे कि ट्रकसुविधा, ट्रककोला, ब्लैकबक, प्रोफ्राइट्स और अन्य को पहले से ही भीड़ वाले मार्केट में तगड़ी प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ेगा। हालांकि इस चमकती हुई इंडस्ट्री में अभी तक चाल बनी हुई है तथा 4टीगो जैसे पोर्टल्स ट्रकिंग फर्टेनिटी एंब्रेस को इन उभरते हुए पोर्टल्स की सहायता से बढ़ने में मदद करेंगे।