निसान के लाइट कमर्शियल व्हीकल बिज़नेस को अशोक लीलेंड ने खरीदा
Published On Nov 29, 2016
हाल ही में, अशोक लीलेंड और निसान के रिश्तों ने एक नया मोड़ लिया है। भारतीय कमर्शियल व्हीकल दिग्गज, अशोक लीलेंड ने जापान की विख्यात निसान से देश में मौजूद उस के लाइट कमर्शियल व्हीकल बिज़नेस को खरीद लिया है। इन दोनों कमर्शियल व्हीकल मॅन्यूफॅक्चरर्स के बीच इस साल अगस्त में, व्हीक्ल्स की सेल्स को लेकर, आपस में खटास पैदा हो गयी थी।
निसान और अशोक लीलेंड, अगस्त 2016 में अलग होने से पहले, एक जॉइंट वेंचर के तौर पर पिछले आठ सालों से साथ काम कर रहे थे। यह दोनों ही ऑटो मेकर्स देश के कमर्शियल व्हीकल क्षेत्र में, ख़ास कर टेक्नॉलॉजी और इंजन्स को लेकर, काम कर रहे थे।
दोनों कंपनीज़ के बीच मनमुटाव दुनिया से छुपा हुआ नहीं था। लेकिन फिर भी अशोक लीलेंड ने निसान के साथ कुछ मॉडल्स पर अपना सहयोग बरकरार रखा।
श्री विनोद के. दसारी, जो की चीफ एग्ज़िक्युटिव ऑफीसर और मेनेजिंग डाइरेक्टर हैं, अशोक लीलेंड में, ने जानकारी देते हुए बताया की, "यह अशोक लीलेंड के इतिहास में एक महत्त्वपूर्ण माइलस्टोन है। हम बेहद सकारात्मक हैं अपने लाइट कमर्शियल व्हीकल बिज़नेस को लेकर जो की तेज़ी से बढ़ रहा है। जैसे की हम ने अपने जॉइंट वेंचर्स की 100 प्रतिशत ओनरशिप ले ली है, और हम आगे निसान से अपना टेक्नॉलॉजी का सहयोग बरकरार रखेंगे मौजूदा दोस्त, पार्ट्नर और मित्र मॉडल्स के लिए। यह सभी मॉडल्स हमारे लिए बहुत महत्त्वपूर्ण हैं और भारत में और अंतरराष्ट्रीय मार्केट में ज़बरदस्त क्षमता रखते हैं। इस तरह निसान के साथ पुराने सहयोग को जारी रखते हुए यह उन के साथ नये रिलेशन का आगाज़ होगा।"
श्री फिलिप गेरिन बूटॉयड, जो की निसान कॉर्पोरेट के वाइस प्रेसीडेंट हैं और ग्लोबल एलसीवी बिज़नेस यूनिट के भी इन-चार्ज हैं, ने कहा की, "निसान भारत के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है और साथ ही हम ने इस देश में बड़े पैमाने पर मॅन्यूफॅक्चरिंग, रिसर्च और डेवेलपमेंट व सेल्स नेटवर्क में निवेश भी किया हुआ है। हम भारतीय मार्केट के बड़े व मुख्य प्लेयर बनने की राह पर हैं। अशोक लीलेंड के साथ लाइसेन्स अग्रीमेंट के तहत यह सुनिश्चित किया गया है की, भारतीय कमर्शियल व्हीकल कस्टमर्स निसान की इंजिनियरिंग, व उस के स्पेयर पार्ट्स और सर्विसिंग की उपलब्धि से फ़ायदा उठना जारी रखेंगे।"
गौरतलब है की अशोक लीलेंड और निसान के अलगाव के बाद से यह एक मुख्य डेवेलपमेंट हैं। दोनों के बीच नये अग्रीमेंट के तहत अब अशोक लीलेंड, निसान दोस्त, निसान मित्र और निसान पार्ट्नर के मॉडल्स को अपनी कंपनी के बेनर तले बेच पाएगी। इसी तरह अशोक लीलेंड को अब टेक्नॉलॉजी, इंजन्स और व्हीकल प्लेटफॉर्मस के राइट्स भी मिल जाएँगे, जिस को दोनों ने जॉइंट वेंचर के दौरान मिलकर विकसित किया था।