अप्रैल 2016 में प्रमुख कमर्शियल व्हीकल ब्रैंड्स ने अच्छी ग्रोथ दर्ज की
Published On May 03, 2016
भारत में मौजूद प्रमुख कमर्शियल व्हीकल मॅन्युफॅक्चरर्स जैसे टाटा मोटर्स, अशोक लीलैंड आदि ने साल 2016 के अप्रैल माह में शानदार सेल्स ग्रोथ दर्ज की है। एक रिपोर्ट के अनुसार, लाइट कमर्शियल व्हीकल (एल सी वी) सेगमेंट में ग्रोथ लगातार बनी हुई है जिस की वजह ग्रामीण क्षेत्रों में अर्थव्यवस्था का बढ़ना है तथा एक्सपर्ट्स का मानना है कि इस साल की दूसरी तिमाही में भी मार्केट लगातार रूप से अच्छी ग्रोथ के साथ बढ़ता रहेगा।
प्रमुख मॅन्युफॅक्चरर्स में शुमार अशोक लीलैंड ने भी अप्रैल 2016 में 21 फीसदी की शानदार ग्रोथ दर्ज की है। कंपनी ने पिछले साल इसी महीने में बिकी 8,435 यूनिट्स की तुलना में इस साल अप्रैल में 10,180 यूनिट्स की बिक्री की। चेन्नई स्थित इस कंपनी ने एलसीवी सेगमेंट भी 22 फीसदी की अब तक की सबसे बड़ी ग्रोथ दर्ज की है। इस ने अप्रैल 2015 में बिकी 1,886 यूनिट्स की तुलना में अप्रैल 2016 में 2,309 यूनिट्स की बिक्री की।
इस संबंध में भारत की सबसे बड़ी ऑटोमोबाइल कंपनी टाटा मोटर्स ने भी अप्रैल 2016 में पिछले साल की अवधि की तुलना में 9.9 फीसदी की ग्रोथ दर्ज की। इस कंपनी ने घरेलू मार्केट में 25,138 यूनिट्स की बिक्री के साथ अप्रैल 2015 की तुलना में 13.3 फीसदी की ग्रोथ दर्ज की। हालांकि, टाटा मोटर्स का एक्सपोर्ट पिछले साल इसी महीने में हुई बिक्री की तुलना में 3,785 यूनिट्स की बिक्री के साथ लगभग समान रहा।
हालांकि, भारतीय कमर्शियल व्हीकल मार्केट में सबसे ज्यादा ग्रोथ, वीई कमर्शियल व्हीकल्स (वीईसीवी), जो कि आईशर मोटर्स तथा वोल्वो ग्रुप का ज्वॉइंट वेंचर है उसने दर्ज की। इस ज्वॉइंट वेंचर ने अप्रैल 2016 में 5365 यूनिट्स की बिक्री करते हुए पिछले साल बिकी 3930 यूनिट्स की तुलना में 36.5 फीसदी की ग्रोथ दर्ज की। इस कुल बिक्री में आईशर ब्रैंड के 5365 ट्रक्स की यूनिट्स तथा 5326 बसों की यूनिट् में से वॉल्वो ब्रैंड की 39 यूनिट्स थी।
आईशर ट्रक्स ने घरेलू मार्केट में 4,641 यूनिट्स की बिक्री करते हुए साल 2015 के अप्रैल माह में बिकी 3,503 यूनिट्स की तुलना में 32.5 फीसदी ग्रोथ दर्ज की। आईशर ब्रैंड के ट्रक्स तथा बसों की अप्रैल 2016 में किए गए एक्सपोर्ट में गिनती 685 यूनिट्स की रही। यह अप्रैल 2015 में एक्सपोर्ट की की गई 335 यूनिट्स की तुलना में 104.5 फीसदी अधिक रही।