महिंद्रा ने व्हीकल कनेक्टिविटी के लिए लॉंच की इंटेलिजेंट टेक्नोलॉजी
Published On Aug 26, 2016
कस्टमर्स के बिज़नेस को बेहतर बनाने व उन्हें फ्लीट का सहज संचालन करवाने के लक्ष्य से महिंद्रा एंड महिंद्रा ने एक ऐसी इंटेलिजेंट टेक्नोलॉजी लॉंच की है जो की कई सारे महिंद्रा व्हीक्ल्स को क्लाउड (यानी इंटरनेट) के ज़रिए कनेक्ट करता है, जिस से व्हीकल ओनरशिप का सबसे अच्छा और ज़्यादा फ़ायदा होता है। 'डीजीसेंस' नामक यह टेक्नोलॉजी फ्लीट मॅनेज्मेंट के कई पहलुओं को इंटेग्रेटेड (एकीक्र्त करने का) सल्यूशन प्रदान करती है जैसे की रूट प्लॅनिंग, डिलीवरी ट्रेकिंग, व्हीकल यूटिलाइज़ेशन रिपोर्ट्स और अलर्ट्स।
डीजीसेंस के साथ, महिंद्रा देश का ऐसा पहला कमर्शियल व्हीकल मॅन्युफॅक्चरर बन गया है जिसने अपने प्रॉडक्ट लाइन अप को एक क्लाउड पर आधारित टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म पर इंटिग्रेट किया है।
आज लॉंच हुए इस इनोवेटिव प्लेटफॉर्म से महिंद्रा के कस्टमर्स को अपने व्हीक्ल्स की लोकेशन की डिजिटल जानकारी जुटाने में मदद मिलेगी इस के अलावा वह पेलोड ट्रेक कर पाएँगे, रूट्स प्लान कर पाएँगे और साथ ही हर समय हुए ट्रक्स के स्टॉप्स की भी जानकारी ले पाएँगे। डीजीसेंस ड्राइवर्स की भी मदद करेगा उनको उनके व्हीकल का परफॉर्मेंस ट्रेक करने में और ब्रेकडाउन के समय में मदद लेने में।
डीजीसेंस, या फिर डिजिटली एनेबल्ड सेनसिंग डिवाइस, शुरुआत में महिंद्रा जीतो और महिंद्रा इंपीरीओ लाइट कमर्शियल व्हीक्ल्स, महिंद्रा ब्लेज़ो सिरीज़, अर्थमास्टर कन्स्ट्रक्षन और अर्थमूविंग ट्रक्स व अर्जुन नौवो ट्रेक्टर में लगाए जाएँगे। कंपनी इस के बाद इस टेक्नोलॉजी को अपने अन्य ट्रक्स से जोड़ेगी।
लॉंच के मौके पर बात करते हुए, श्री पवन गोएंका, जो की एग्ज़िक्युटिव डाइरेक्टर हैं महिंद्रा एंड महिंद्रा में, ने कहा की, "डिजिटाइज़ेशन एक उभरता हुआ और महत्वपूर्णा अंतरदाता है बिज़नेस ट्रांसफॉर्मेशन में और कनेक्टेड व्हीकल टेक्नोलॉजी इस की एक हिस्सा है। महिंद्रा में हम हमेशा से चली चली आ रही मानसिकता को चुनोती देते हैं और अवरोध बनाते हैं, और यहाँ डीजीसेंस 1.0 उसी श्रेणी में एक कदम है, जहाँ हम टेक्नोलॉजी को साथ लेते हुए नया ईको सिस्टम बनाएँगे। यह अपने आप में एक पहला टेक्नोलॉजी प्लेटफॉर्म है जिस में मल्टी एप्लिकेशन और मल्टी प्रॉडक्ट्स सम्मिलित हैं। रियल टाइम डेटा प्रदान करने से लेकर व्हीक्ल्स की परफॉर्मेंस और प्रॉडक्टीवीटी को ट्रेक करना, डीजीसेंस कस्टमर्स को उनका बिज़नेस कंट्रोल करने में मददगार साबित होगा।"