टाटा मोटर्स के श्री आर टी वासन, वीपी सेल्स एंड मार्केटिंग, कमर्शियल व्हीक्ल्स, के साथ इंटरव्यू
Published On Oct 25, 2016
भारत के अग्रीण कमर्शियल व्हीकल मेकर, टाटा मोटर्स ने पिछले तीन महीनों में देश के दक्षिण हिस्से में बड़ा विस्तार करते हुए तीन नयी डीलरशिप्स का उद्घाटन किया है। ट्रक्स देखो को दिए गये एक एक्सक्लूसिव इंटरव्यू में श्री आर टी वासन (वीपी सेल्स एंड मार्केटिंग, कमर्शियल व्हीक्ल्स, टाटा मोटर्स) ने कमर्शियल व्हीकल इंडस्ट्री की हालिया स्थिति को लेकर लंबी बातचीत की और साथ ही जीएसटी (गूड्स सर्विस टेक्स) रेग्युलेशन पर चर्चा करते हुए कंपनी के बिज़नेस फोकस व टाटा ट्रक्स के फ्यूचर प्लांस से संबंधित जानकारी के बारे में खुलकर बात की।
ट्रक्स देखो: मीडियम और हेवी व्हीक्ल्स (एम एंड एचसीवी) सेक्टर में सेल्स उतनी सकारात्मक नहीं लगती। इस पर आप के क्या विचार हैं?
श्री आर टी वासन: मैं आप को थोड़ा पीछे लेकर जाता हूँ। मीडियम और हेवी कमर्शियल व्हीक्ल्स (एम एंड एच सी वी) सेगमेंट पिछले कुछ सालों से इस साल मई तक अच्छा चल रहा था। लेकिन जून 2016 के महीने से इस में गिरावट देखने को मिली है। इस का एक कारण मान्सून है और दूसरा है फ्रेट और फ्रेट रेट्स की अवेलबिलिटी, जो की मान्सून की वजह से नर्म चल रही थी। पिछले साल कार्गो सेगमेंट में रीप्लेस्मेंट के चलते हम ने अच्छी ग्रोथ देखी है। कन्स्ट्रक्षन सेगमेंट जिस में काफ़ी कम ग्रोथ रिजिस्टर की थी गत वर्ष उसमें तेज़ी देखने को मिली है।
स्लोडाउन के बारे में यह सभी बातें होने के बावजूद, कन्स्ट्रक्षन सेगमेंट 30 प्रतिशत की दर से बढ़ रहा है, जो की इस सेक्टर के लिए अच्छा संकेत है और साथ ही इस के और बढ़ने की भी उम्मीद है। इस में सबसे अच्छी बात यह रही की सितंबर महीने में कार्गो सेगमेंट में भी ख़ासा इंप्रूव्मेंट देखने को मिला। हम ने इस दौरान सेल्स को तेज़ी से बढ़ता देखा। हालाँकि सेल्स वॉल्यूम उतना नहीं बड़ा जितना की पिछले साल था, पिछले साल असल में एबीएस (एंटी-लॉक ब्रेकिंग सिस्टम) और एसएलडी (स्पीड लिमिटेशन डिवाइस) का रेग्युलेशन में आने का असर भी रहा था।
पिछले साल अक्तूबर से पहले महीने में बहुत सारी मात्रा में प्री-बाइयिंग देखने को मिली। इसलिए इस वर्ष के सितंबर से गत वर्ष के सितंबर को जोड़ना ठीक नहीं होगा। लेकिन यदि आप इस साल के जून, जुलाइ और अगस्त को सितंबर से कंपेर करेंगे तो आप भारी ग्रोथ देख पाएँगे। और आगे भी, जहाँ सीज़न आने वाल है, अमूमन तेज़ी आ ही जाती है, और इस साल भी ऐसा ही देखने को मिलेगा। और साथ ही कन्स्ट्रक्षन और माइनिंग सेक्टर में भी ग्रोथ की सम्भावनाएँ मौजूद हैं।
ट्रक्स देखो: इंडस्ट्री में जीएसटी (गूड्स सर्विस टेक्स), जो की अप्रैल 2017 में आएगा, को लेकर काफ़ी अपेक्षाएँ हैं। क्या इस के कारण सेल्स में आने वाले दिनों में गिरावट देखी जाएगी?
श्री आर टी वासन: हमें थोड़ा रुक कर के देखने होगा की असल में यह किस तरह की पॉलिसी लाई गयी है। इस के साथ ही दो तीन फेक्टर्स और हैं जिन्हें हमें ध्यान में रखनी होगी। एक तो है की जीएसटी के रेट्स क्या होंगे. दूसरा यह है की, इस को किस तारीख से पूरी तरह से लागू किया जाएगा और तीसरी महत्त्वपूर्ण बात है की यह लागू करने की तिथि पर निर्भर करेगा की किस तरह से ये भारत स्टेज 3 (बीएस 3) से भारत स्टेज 4 (बीएस 4) का बड़ा रेग्युलेशन का बदलाव लाया जाता है। इन सभी फेक्टर्स पर बहुत कुछ निर्भर करता है की किस तरह क़ानून आने के बाद उसकी पालना की जाएगी। हमें थोड़ा रुक कर देखना होगा क्योंकि इन सभी पॉइंटस पर सफाई मौजूद नहीं है।
यदि जीएसटी आ जाता है, ग्रोथ रेंज में 0 प्रतिशत से 5 प्रतिशत तक का बदलाव देखने को मिलेगा एम एंड एचसीवी सेगमेंट में। और यदि जीएसटी तय समय पर नहीं आता है तो यहाँ प्री-बाइयिंग देखने को मिलेगी और कारणवश 10 प्रतिशत तक की ग्रोथ संभव है।
ट्रक्स देखो: हालिया मार्केट ट्रेंड्स को देखते हुए, क्या आप हमें टाटा के बिज़नेस फोकस के बारे में कुछ बता सकते हैं?
श्री आर टी वासन: हम एक फुल रेंज प्लेयर हैं, जिस के पास छोटे से छोटे कमर्शियल व्हीक्ल्स से लेकर हेवी ट्रक्स और वेंस भी उपलब्ध हैं। इसी तरह स्माल पॅसेंजर कमर्शियल व्हीक्ल्स से हेवी केपॅसिटी बसेस और कोचस भी हैं हमारे पास, इस तरह हम सभी सेगमेंट्स में मौजूद हैं, इसलिए हम हर एक सेगमेंट पर फोकस करेंगे और इस में अपनी उपस्थिति और मार्केट शेयर को देखेंगे।
हमारे पास सिग्ना रेंज के प्रॉडक्ट्स मौजूद हैं जिन को हम ने हाल ही में देश में लॉंच किया है, यह एक बहुत बड़ा फोकस एरिया है जहाँ हम मीडियम और हेवी ट्रक्स रेंज के बिज़नेस पर अपना फोकस इंप्रूव कर सकते हैं। इस के अलावा कुछ और भी नये प्रॉडक्ट्स हैं जो की हम ने मीडियम और हेवी सेगमेट में जारी किए हैं, इस सेगमेंट को ध्यान में रखते हुए। ख़ास कर उभरता हुआ वा तेज़ी से बढ़ता हुआ 37 टन सेगमेंट, जिस में शामिल होता है पुशर लिफ्ट एक्सेल, जो की काफ़ी हद तक हमारी ऑफरिंग और पोज़िशन को मार्केट में मज़बूती प्रदान करेगा।
इसी तरह दूसरे 49 टन ट्रॅक्टर ट्रेलर सेगमेंट में भी हम काफ़ी अच्छा कर रहे हैं। कुल मिलाकर, मीडियम और हेवी कमर्शियल व्हीकल सेगमेंट में हमारे पास बड़ी रेंज है प्रॉडक्ट्स है जिस को हम ने लॉंच किया है और इस के साथ ही हम इन सेगमेंट्स में अपना मार्केट शेयर बेहतर करना चाहते हैं।
जहाँ तक बात है स्माल कमर्शियल व्हीक्ल्स की तो, हमारे पास मेगा (ऐस मेगा) है जिसे हमे ने पिछले साल मार्केट में उतारा था जो की हमारे लिए बहुत अच्छा कर रहा है। इस के अतिरिक्त, हम आने वाले शानदार मान्सून सीज़न और अच्छे एग्रीकल्चर सीज़न को भी भुनाना चाहेंगे।
साथ ही, ई-कॉमर्स इंडस्ट्री और स्वच्छ भारत पहल में बढ़ोतरी के कारण स्माल कमर्शियल व्हीक्ल्स (एस सी वी) सेगमेंट में स्ट्रॉंग डिमांड देखने को मिली है और हमारी मौजूदा बेहतर रेंज के साथ हम ज़रूर फ़ायदा उठा पाएँगें और अपना स्माल व लाइट कमर्शियल व्हीकल सेगमेंट का बिज़नेस बढ़ा पाएँगे।
ट्रक्स देखो: घरेलू बाज़ार में आप के लिए सबसे बड़ी चुनौती क्या है जिसका आप सामना कर रहे है?
श्री आर टी वासन: मीडियम और हेवी ट्रक्स में थोड़ा स्लोडाउन देखने को मिला, एक तो यह हो सकता है। जहाँ तक बात है कमर्शियल व्हीक्ल्स इंडस्ट्री की जो की बड़ी फ्लीट केपॅसिटीस को केरी किए हुए है, उसका कम इस्तेमाल। इस के अतीरक्त, अन्य चुनोतियों में रोज़मर्रा का कॉंपिटेशन है, जिस का सामना हम करते हैं बिज़नेस में और हमारा अपने मार्केट शेयर्स को बेहतर बनाने का लक्ष्य तो हर समय रहता ही है।
ट्रक्स देखो: ट्रकिंग सेगमेंट में टेक्नॉलॉजी को लेकर क्या इनोवेशन्स टाटा करना चाहती है?
श्री आर टी वासन: मैं आप को हाल ही में जारी की गयी सिग्ना रेंज का ही उदाहरण देता हूँ। सिग्ना रेंज, सीधे तौर पर वही प्रॉडक्ट हैं जिस के बारे में आप बात कर रहे है, जहाँ तक बात है प्रॉडकटिविटी और टेक्नॉलॉजिकल इनोवेशन्स की।
मैं केबिन से ही शुरुआत करता हूँ. सिग्ना रेंज में जो केबिन है वह बेहतरीन इन-केबिन एक्सपीरियेन्स प्रदान करता है और साथ ही यह ड्राइवर को थकावट से दूर रखते हुए अपना काम करने में मदद करता है। ड्राइवर इस में लंबे समय तक ड्राइव कर सकता है बिना थकान महसूस किए और यह सब मुमकिन हो पता है क्योंकि इस की सीट्स जो हैं वह एर्गोनॉमिकल्ली डिज़ाइन की गयीं हैं जिस में हाइट एडजस्ट का भी ऑपशन, बेकरेस्ट वा अन्य फीचर्स मुहैया किए गये है, ताकि ड्राइवर अपने आपको ट्रक चालते समय बेहतर पोज़िशन में रख सके।
यहाँ केबिन के अंदर ड्राइवर को कॉकपिट जैसे अनुभव करने को मिलता है इस के डॅश बोर्ड इन्स्ट्रुमेंट्स को देखते हुए व सभी बटन को आसानी के साथ इस्तेमाल कर सकता है। इन ट्रक्स में टेली मेटिक्स भी लगे हुए हैं जिस का मतलब है की सारे व्हीक्ल्स एक दूसरे से कनेक्टेड हैं। यहाँ इस के द्वारा आप ट्रक्स के परफॉर्मेंस और ड्राइवर के बिहेवियर की भी देखरेख कर सकते हैं।
इस तरह के सभी एनलिटिकल रिपोर्ट्स कस्टमर्स को प्रदान की जाती हैं जिन के द्वारा वह अपने ड्राइवर्स को एजुकेट कर सकते हैं और साथ ही हम भी ड्राइवर्स को इस पर ट्रेन कर सकते हैं। यह हमें ड्राइवर्स के ओवर ऑल एक्सपीरियेन्स को बेहतर बनाने में मदद करता है, ताकि वह व्हीक्ल्स से ज़्यादा परफॉर्मेंस निकाल सकें जहाँ तक बात है ऑपरेटर्स की। और साथ ही हमारे व्हीक्ल्स आते हैं बेहतर अग्रिगेट्स के साथ जो की ऑपरेटर्स को अच्छे परफॉर्मेंस का परिणाम सुनिश्चित करते हैं।
ट्रक्स देखो: देश भर में अपनी डीलरशिप्स और सर्विस सेंटर्स बढ़ाने के बारे में टाटा मोटर्स का क्या प्लान है?
श्री आर टी वासन: यह एक हमेशा चलने वाली प्रतिक्रिया है जो की हमारे द्वारा चलती रहेगी। एक्सपान्शन की जहाँ तक बात है तो हम ने हाल ही में देश के साउथ हिस्से में नई डीलरशिप्स चालू की हैं, इस के अलावा नॉर्थ, वेस्ट और ईस्ट क्षेत्र में भी हम बढ़ रहे हैं। जैसे जैसे हमें इन की ज़रूरत लगेगी हम उस के अनुसार डीलरशिप्स और फसिलिटीज़ में इज़ाफ़ा करते रहेंगे।
हम अमूमन देश के राज्यों को उन की इंडस्ट्री ग्रोथ की क्षमता के हिसाब से आँकते हैं वा साथ ही हमारे वहाँ के मार्केट में मौजूदगी के स्तर और वहाँ उन व्हीक्ल्स की ज़रूरत और कस्टमर डिमांड के हिसाब से देखते हैं, इन लोकेशन्स को रेखांकित करते हैं उस के बाद वहाँ मौजूदा या नई डीलरशिप्स के ज़रिए से विस्तार को अमल में लाते हैं।
जहाँ तक पूरे भारत की बात है, तो मैं कहूँगा की हमारा नेटवर्क नंबर वन है। देश में कोई भी ऐसा मॅन्युफॅक्चरर नहीं है जिस की इतना विशाल नेटवर्क मौजूद हो और हमारे नेटवर्क की पहुँच के करीब भी हो। हमारे पास कुल 1800 टच पॉइंटस हैं सर्विस के, जिस का मतलब है की, चाहे आपका व्हीकल कहीं भी हो, टाटा मोटर्स का सर्विस सेंटर देश भर में आप को हर 50 किलो मीटर की दूरी पर मिल जाएगा। इस तरह यदि कस्टमर को व्हीकल के बारे में कुछ भी कभी भी जानना हो या कोई उस से संबंधित ज़रूरत हो तो उसको ज़्यादा दूर जाने की आवश्यता नहीं है, वो किसी भी नज़दीकी सेल्स टच पॉइंट पर संपर्क कर सकता है।
ट्रक्स देखो: ट्रकिंग सेगमेंट के अंतर्गत कुछ अन्य प्रॉडक्ट लॉंचस जिस के बारे में आप बताना चाहें? या ऐसा कुछ नया जो टाटा फेस्टिव सीज़न के लिए प्लान कर रहा हो?
श्री आर टी वासन: जैसा की मैने पहले भी कहा है की फिलहाल हम सिग्ना रेंज को देश भर में रोल आउट कर रहे हैं। हम ने 49 टन के ट्रॅक्टर के साथ शुरुआत की थी और अब हम 40 टन के ट्रॅक्टर के साथ आगे बढ़ रहे हैं। इस के अलावा हम जल्द ही 35 टन के ट्रॅक्टर के साथ आने वाले हैं इस सेगमेंट में।
इस के बाद धीरे धीरे हम इस को ट्रक सेगमेंट तक भी ले जाँएंगे. जल्द ही आप सिग्ना रेंज को पूरे मेडियम और हेवी कमर्शियल व्हीकल सेगमेंट में देखेंगे। हमारे पास और भी प्रॉडक्ट्स हैं पाइप लाइन में जो की हम आप से साझा करेंगे समय आने पर जैसे ही वह तैयार हो जाते हैं।
ट्रक्स देखो: कोई और विचार जो आप साझा करना चाहें?
श्री आर टी वासन: हाँ मैं यह स्पष्ट करना चाहूँगा की हम फिलहाल भारत के साउथ हिस्से पर ख़ासा बड़ा फोकस कर रहे हैं। हम ने सेल्स और सर्विस के टच पॉइंटस को मिलकर कुल 600 टच पॉइंटस से ज़्यादा के लेंड़मार्क को पूरा किया है। जो की हमारे लिए एक बहुत बड़ी उपलब्धि रही है, ख़ास कर तब जब वहाँ किसी अन्य मॅन्युफॅक्चरर के हम से आधे भी सर्विस सेंटर्स नहीं हैं इस क्षेत्र में।
हमारी उपस्थिति ने इन राज्यों में हमारा मार्केट शेयर तो बढ़ाया ही है साथ ही हमारी सेल्स में भी सभी सेगमेंट्स में ग्रोथ दर्शाई है, ख़ास तौर से तमिलनाडू में।