फाइनेंशियल ईयर 2017 में इंडियन ऑटोमोबाइल सेक्टर बढ़ेगा
Published On Apr 19, 2016
इंडियन ऑटोमोबाइल सेक्टर के साल दर साल 12 फीसदी की दर से बढ़ने की संभावना है। मार्केट एक्सपर्ट्स का मानना है कि मीडियम एंड हेवी कमर्शियल व्हीकल्स की सेल्स अनवतर रूप से बढ़ेगी। इसका श्रेय विशेष तौर पर बढ़ती हुई मांग तथा इंफ्रास्ट्रक्चरल सेक्टर में निवेश में बढ़ोतरी को जाता है। ओईएमस के साथ साथ ऑटो पार्ट्स मॅन्युफॅक्चरिंग कंपनियां भी इस सेगमेंट में सीधे तौर पर ग्रोथ हासिल करेंगी।
ओईएम कंपनियों को अपना मार्जिन बढ़ाने में लीवरेज लाभों को ऑपरेट करना तथा कमोडिटी की कीमतों में बढ़ोतरी जैसे फेक्टर्स मदद करेंगे। इस संबंध में जीएसटी को लागू करना, केंद्रिय सरकार का 7वां वेतन आयोग तथा इंडस्ट्री में भर्तियां जैसे फेक्टर्स कमर्शियल व्हीकल सेगमेंट में ग्रोथ की ओर इशारा करते हैं। साल 2017 से बीएस-4 एमिशन नियमों के लागू के लागू होने की वजह से भी ऑपरेटर्स को कमर्शियल ट्रक्स के लिए प्री-ऑर्डर्स देने के लिए मजबूर करेंगे। इस के अलावा एक्सपर्ट्स का मानना है कि जब से कमोडिटी कोस्ट इंडेक्स अभी से 35 बीपीएस की बढ़त पर पहुंच चुका है ऐसे में ओईएमएस फाइनेशियल ईयर 2017 की पहली तिमाही में प्रोडक्शन में सबसे अधिक कीमत का सामना कर सकते हैं।
एमईटी डिपार्टमेंट के अनुसार इस साल मानसून सामान्य रहेगा। इसका ग्रामीण अर्थव्यवस्था पर बहुत बड़ा असर पड़ेगा लेकिन ये परिणाम में फाइनेंशियल ईयर 2017 की दूसरी तिमाही में ही देखने को मिलेंगे।
प्रमुख कमर्शियल व्हीकल प्लेयर्स जिनमें टाटा मोटर्स, अशोक लीलैंड, आईशर मोटर्स तथा महिन्द्रा एंड महिन्द्रा आदि शामिल हैं इनको अपने घरेलू वॉल्युम में अच्दी गोथ होने का अनुमान है। इस इंडस्ट्री के अनुमान के मुताबिक 15.4 फीसदी की तिमाही बढ़त के आधार पर टाटा मोटर्स का मार्जिन 100 बीपीएस प्वॉइंट्स तक बढ़ सकता है। फेवरेबल करंसी, चाइनीज मार्केट शेयर के बढ़ने तथा लीवरेज ऑपरेटिंग जैसे फेक्टर्स टाटा मोटर्स को लाभ देने वाले होंगे।
इसके अलावा एक और इंडियन कमर्शियल व्हीकल मेकर अशोक लीलैंड भी तिमाही आधार पर 250 बीपीएस प्वॉइंट्स हासिल करते हुए 12.6 फीसदी की बढ़ोतरी हासिल कर सकता है। साथ ही महिन्द्रा एंड महिन्द्रा का भी मार्जिन 170 बीपीएस प्वॉइंट्स के साथ 11.8 फीसदी तक बढ़ सकता है।