जिप्सी से टाटा ज़ेनन: भारतीय सेना ने अपनी प्राथमिकताओं में किया बदलाव
Modified On Nov 27, 2020 08:41 PM
भारतीय सेना के सबसे पसंदीदा और सबसे ज़्यादा इस्तेमाल में आने वाले व्हीकल, मारुति जिप्सी, को जल्द ही टाटा मोटर्स के सबसे मशहूर पिक अप ट्रक ज़ेनन से बदल दिया जाएगा। बॉर्डर सेक्यूरिटी फोर्सस (बी एस एफ) और इंडियन आर्मी ने ऑटोमोबाइल दिग्गज टाटा मोटर्स को टाटा ज़ेनन पिक अप और टाटा सफ़ारी स्टोर्म के लिए 400 करोड़ रुपये से ज़्यादा का ऑर्डर प्लेस कर दिया है।
हालाँकि, शुरुआती ऑर्डर फिलहाल 3192 व्हीक्ल्स का ही है, लेकिन सूत्रों का मानना है की भारतीय सेना धीरे-धीरे कर के अपने मौजूदा 35000 व्हीक्ल्स को रीप्लेस करेगी। आर्मी जल्द ही अपने 'इन सर्विस' व्हीक्ल्स के मॅन्यूफॅक्चरर्स से टेंडर्स आमंत्रित करेगी। आर्मी में 'इन सर्विस' व्हीक्ल्स वो होते हैं जिन की सेवाएँ आर्म्ड फोर्सस पहले से ले रही हैं।
देखा जाए तो मारुति जिप्सी भारतीय फोर्सस के साथ सबसे ज़्यादा समय तक रहने वाले व्हीक्ल्स में से एक है। परंतु, नये और ज़्यादा पावरफुल व्हीक्ल्स की आवश्यकता को मद्देनज़र रखते हुए टाटा मोटर्स के ज़ेनन और स्टोर्म व्हीक्ल्स को खरीदने का फ़ैसला लिया गया होगा। जिप्सी से ज़ेनन पर आने का एक और तर्क यह भी हो सकता है की, मारुति जिप्सी को उसकी फ़्यूल एफीशियेन्सी के लिए नहीं जाना जाता है। और साथ ही, दूसरी ओर, टाटा ज़ेनन डीज़ल फ़्यूल का इस्तेमाल करती है, जबकि मारुति जिप्सी उस के विपरीत पेट्रोल संचालित है।
फौज द्वारा ऑर्डर की जाने वाली ज़्यादातर टाटा ज़ेनंस का इस्तेमाल बीएसएफ द्वारा किया जाएगा, ताकि बॉर्डर्स पर मुस्तैदी मज़बूत होने के साथ साथ सर्वेलएन्स भी बेहतर हो। एक और अच्छी बात इन व्हीक्ल्स में यह होगी की यह नये व्हीक्ल्स पहले से ही कंपनी द्वारा फिट किए गये एयर कंडीशनर्स (एसी) और एयर बेग्स जैसे फीचर्स के साथ आएँगे। जहाँ एक तरफ एसी जवानों को मुश्किल मौसम की स्थिति में राहत देगा वहीं दूसरी ओर एयर बेग्स का फीचर्स उन्हें अत्यधिक सेफ्टी उपलब्ध कराएगा।
फौज ने टाटा ज़ेनन व्हीकल का डबल केब वेरियेंट चुना है, जो की ना केवल ज़्यादा से ज़्यादा लोगों को ट्रांसपोर्ट करने में काम आएगा, बल्कि उँचाई व ट्रेलर क्षेत्रों में हत्यारों को पहुँचाने में भी मददगार साबित होगा। आर्मी का नया व्हीकल बनने के लिए, टाटा ज़ेनन और महिंद्रा बोलरो केम्पर के बीच इस कड़ी टक्कर रही, जिस के बाद टाटा ज़ेनन के हिस्से में जीत आई।
टाटा मोटर्स की झोली में गया यह 400 करोड़ रुपये का ऑर्डर दरअसल टाटा मोटर्स के डिफेन्स बिज़नेस का मौजूदा एनुअल रेवेन्यू का 40 प्रतिशत है। इस के अतिरिक्त, टाटा मोटर्स ने बॉर्डर रोड्स ऑर्गनाइज़ेशन (बीआरओ) से 63 करोड़ रुपये का कांट्रॅक्ट भी अपने नाम किया है, जिस के अंतर्गत वह एसएके 32 4X4 टिप्पर मॉडल्स की 350 यूनिट्स सप्लाइ करेगा।
दोनों के बीच में संक्षिप्त तुलना नीचे दी गयी है।