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डेमलर अपना मार्केट बेस बढ़ाने के लिए नई केटेग्रीज़ शुरू करेगा

Published On Apr 06, 2016By प्रशांत तलरेजा

युरोपियन मार्केट में डेमलर एक ऐसा विख्यात ऑटोमोबाइल ब्रेंड है जिसका कमर्शियल व्हीक्ल्स सेक्टर में सबसे ज़्यादा दबदबा है। जर्मन कंपनी ने अपने पैर मज़बूत करने की ग़र्ज़ से यहाँ भारत में भी अपनी सबसिडियरीस के मध्यम से हेवी कमर्शियल व्हीकल सेगमेंट में अपने ऑपरेशन्स का संचालन करती है।

हालाँकि कंपनी को भारत के घरेलू ब्रेंड्स जैसे टाटा मोटर्स और अशोक लीलेंड से काफ़ी भारी कॉंपिटेशन झेलना पड़ा लेकिन फिर भी उसने अपने 'भारत बेंज़' ब्रेंड के ज़रिए कुछ ही सालों में अच्छी ग्रोथ देखी है।

डेमलर इंडिया कमर्शियल व्हीक्ल्स के मॅनेजिंग डाइरेक्टर, श्री एरिक नेस्सेलहौफ़, के मुताबिक कंपनी शुरुआत के तीन सालों में ही अपने सेल्स टारगेट से ज़्यादा बिज़नेस करने में सफल रही। कंपनी ने साल 2015 को कुल 14,000 यूनिट्स की सकारात्मक सेल्स पर समाप्त किया। कंपनी का हेवी ड्यूटी कमर्शियल व्हीकल मार्केट में शेयर 6.2 प्रतिशत से बढ़कर 7.3 प्रतिशत पर पहुँच चुका है।

"2015 बेहद अच्छा साल रहा डेमलर के लिए भारत में, चाहे बात घरेलू सेल्स की हो या एक्सपोर्ट्स की। एक तरफ जहाँ कंपनी ने डोमेस्टिक मार्केट में 30 प्रतिशत सेल्स वृद्धि देखी वहीं दूसरी ओर एक्सपोर्ट्स दुगना हो गया। हम प्रोडक्षन केपॅसिटी बढ़ा रहे हैं और साथ ही साथ अपने पोर्टफोलीयो में नये प्रॉडक्ट्स भी जोड़ते जा रहे हैं, हम अपने व्हीक्ल्स की रेंज को और विस्तार देने वाले हैं - हम ऊपर भी जा सकते हैं और हम नीचे भी आ सकते हैं," श्री नेस्सेलहौफ़ ने जानकारी देते हुए कहा।

कॉर्पोरेशन ने आगे बढ़ने के लिए एक प्लान बनाया है, जिस के द्वारा बिज़नेस को इस क्षेत्र के अन्य एरीयाज़ में ले जाया जाएगा। कंपनी अपनी प्रॉडक्ट रेंज में बढ़ोतरी करना चाहती हैं और साथ ही अपनी मौजूदा ऑफरइंग में नयी केटेगरीस भी शुरू करने का इरादा रखती है। इस से टाटा मोटर्स और अशोक लीलेंड के साथ लोहा लेने के लिए एक बढ़िया बेस मुहैय्या होगा और साथ ही मार्केट में उसकी पोज़िशन भी सुधरेगी।

इसी के अंतर्गत आने वाले कुछ वर्षों में कंपनी लाइट ट्रक सेगमेंट के 5 टन से 7 टन वाली केटेगरी में अपने कदम जमाने की कोशिश करेगी। इस तरह यह नया सेगमेंट कंपनी को ज़्यादा से ज़्यादा सेल्स अर्जित करने में मदद करेगा, और करीब 2000 यूनिट्स प्रति महीने की सेल्स को कंपनी के खाते में जोड़ेगा। इस के अतिरिक्त, ब्रेंड भारत के ट्रक मार्केट की 9 प्रतिशत की हिस्सेदारी पर अपना क़ब्ज़ा जमा लेगी। जिस के बाद, इस उपलब्धि को भुनाते हुए जर्मन दिग्गज दूसरे करीबी मार्केट्स में भी अपनी मज़बूत करने पर ध्यान देगी, जिस में अन्य मार्केट्स में फूसो ब्रेंड के नये ट्रक्स का एक्सपोर्ट शामिल होगा।

अपने फूसो ब्रेंड के मॉडल्स की भारी डिमांड को देखते हुए, कंपनी को आने वाले साल में 40 प्रतिशत मार्केट ग्रोथ की उम्मीद है।

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