अशोक लीलेंड ने तेलंगाना राज्य सरकार के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए
Published On Oct 12, 2016
अशोक लीलेंड तेलंगाना में अपना एक कमर्शियल व्हीकल असेंब्ली प्लांट सेट अप कर रही है। स्टेट इंडस्ट्रीज़ मिनिस्टर श्री रामा राव ने मीडीया को 500 करोड़ रुपये के निवेश के बारे में सूचित किया है, जो की कमर्शियल व्हीकल मेकर प्रदेश में करने वाला है। यह माना जा रहा है की इस नयी फेसिलिटी के मध्यम से 1000 लोगों को रोज़गार का अवसर प्रदान होगा।
अशोक लीलेंड ने पहले ही तेलंगाना सरकार के साथ एमओयू (मेमोरेंडम ऑफ अंडरस्टॅंडिंग) पर हस्ताक्षर कर दिए हैं, जिस के अंतर्गत कई फेज़ में 500 करोड़ रुपये निवेश किए जाएँगे। फिलहाल विख्यात कमर्शियल व्हीकल मॅन्युफॅक्चरर के मॅन्यूफॅक्चरिंग यूनिट्स भारत के पंत नगर, अलवर, भंडारा, होसू और एनोरे में स्थित हैं। यदि सूत्रों की मानी जाए तो, हिंदुजा मोटर्स ने अब आगे झारखंड में निवेश करने पूरी योजना बना ली है।
आगे क्या हो सकता है?
मॅन्यूफॅक्चरिंग फेसिलिटी के लिए जगह अभी सरकार द्वारा अलॉट नहीं की गयी है, लेकिन फिर भी हमें लगता है की यह किसी बड़े बंदरगाह (सी पोर्ट) के करीब स्थित होगी।
अशोक लीलेंड एक बेहद सशक्त और बढ़िया तरीके से प्लान की हुई पॉलिसी का इस्तेमाल कर रहा है। और यदि सब कुछ सही चलता है तो तेलंगाना राज्य एक तरफ़ तो कंपनी को उसके इम्पोर्ट और एक्सपोर्ट के लिए पोर्ट मुहैया कराएगा, और दूसरी तरफ झारखंड की मदद से वह अपनी मॅन्यूफॅक्चरिंग कॉस्ट में कमी ला पाएगा, क्योंकि वहाँ मॅन्यूफॅक्चरिंग मे काम आनेवाले कई सारे मेटल ओर्स की कोई कमी नहीं है।
अक्सर खबरों में बने रहना
जापानी ऑटोमोबाइल कंपनी, निसान के साथ हाल ही में हुए सात साला सहयोग की समाप्त के कारण व उस के बाद कंपनी के नये इंटर्मीडियेट ट्रक 'गुरु' के लॉंच की तैय्यारियों के चलते क्मार्शियल व्हीकल मॅन्युफॅक्चरर काफ़ी समय से खबरों में बना हुआ है। इस के अलावा, कंपनी के तेलंगाना में निवेश की योजना के साथ यह कहना ग़लत नहीं होगा की कंपनी भविष्य को देखते हुए अपने कदम तेज़ी से बढ़ा रही है।
अपने नये प्रॉडक्ट गुरु के साथ अशोक लीलेंड अपने सबसे बड़े कॉंपिटिटर टाटा मोटर्स के प्रॉडक्ट टाटा 407 को टक्कर देने जा रही है। गौर तलब है की, कंपनी के तरफ़ से गुरु ब्रांड के पहले ट्रक की चाबियाँ हाल ही में गोल्डन टेंपल की शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमिटी को सौंपी गयीं थीं।
अशोक लीलेंड व तेलंगाना सरकार के बीच साइन हुए इस एमओयू की सबसे रोचक बात यह रही की यह अफीशियल मेटिंग के केवल तीन दिन बाद साइन कर दिया गया था।
और साथ ही ऐसा माना जा रहा है की मॅन्यूफॅक्चरिंग फेसिलिटी की स्थापना का काम इस वित्तीय वर्ष के अंत तक शुरू कर दिया जाएगा।