अशोक लीलैंड को विदेश में बिजनेस बढ़ने की उम्मीद
Published On Jul 25, 2016
भारत के दूसरे सबसे बड़े कॅमर्शियल व्हीकल मॅन्युफॅक्चरर अशोक लीलैंड ने इस फायनेंशियल ईयर की पहली तिमाही में अच्छी ब्रिकी की है। कंपनी ने अब अपने ग्लोबल बिजनेस को बढ़ाने के बारे में विचार किया है। इस में कंपनी के अभी तक चाही गई उम्मीदों के अनुसार टारगेट्स पूरे नहीं हुए हैं। अशोक लीलैंड ने अपनी इंटरनेशनल सेल्स को वापस से प्राप्त करने के लिए अफ्रीकन देश केन्या में एक नया असेंबली प्लांट लगाने के बारे में निश्चय किया है। इस क्षेत्र में कंपनी का यह पहला प्लांट होगा।
अशोक लीलैंड के सी ई ओ श्री गोपाल महादेवन ने कहा कि “हमने केन्या असेंबली प्लांट लगाने के लिए हमारे प्लान को मूर्त रूप देना शुरू कर दिया है। हम यहां पर निवेश करने जा रहे हैं। हम 3000 यूनिट्स के साथ शुरूआत करेंगे (यह प्लांट की कैपेसिटी के संबंध में है)। इस में 5 मिलियन यूएस डॉलर से ज्यादा नहीं लगेंगे।” बिक्री कम होने की बात पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि “यह केवल 7 फीसदी ही कम है (2016 के अप्रैल-जून वाली तिमाही में हुए संपूर्ण रेवेन्यू के लिए)। हमें इसे दूसरी तथा तीसरी तिमाही में प्राप्त करने की उम्मीद रखते हैं।”
केन्या ट्रक एंड बस असेंबली प्लांट के लिए कंपनी पार्टनरशिप के तहत एक और ट्रक असेंबली यूनिट बांग्लादेश में भी स्थापित करेगी। इसके अलावा यह कंपनी अपने यूएई स्थित प्लांट की प्रोडक्टशन कैपेसिटी को वर्तमान की 4000 यूनिट्स से बढ़ाकर 6000 यूनिट्स तक करेगी। श्री महादेवन ने कहा कि “वहां पर हमारा कैपेसिटी एक्सपेंशन हो रहा है। यह प्रोडक्शन कैपेसिटी 2000 यूनिट्स से बढ़कर 4000 यूनिट्स तक हो चुकी है। अब इसी प्रोडक्शन कैसेसिटी को बढ़ाकर प्रतिवर्ष 6000 यूनिट्स करने जा रहे हैं।” घरेलू मार्केट के मामले में कंपनी ने इंडस्ट्री की पिछले साल की फायनेंशियल ईयर की पहली तिमाही की 14.5 फीसदी की ग्रोथ की तुलना में 18.5 फीसदी की ग्रोथ दर्ज की। पिछले साल ही इसी समयावधि में कुल मिलाकर 22961 यूनिट्स की बिक्री हुई थी।