एएमडब्लू अपनी गिरती हुई सेल्स को बचाने में लगी
Published On Jun 15, 2015
एएमडब्लू मोटर्स देश के प्रसिद्ध कमर्शियल व्हीकल्स ब्रैंड्स में से एक है। इसकी स्थापना साल 2002 में हुई थी, तथा इसका हेड ऑफिस मुंबई में स्थित है। यह कंपनी विशेष तौर पर हेवी ड्यूटी रेंज के लिए व्हीकल्स बनाती है और इसकी एप्लीकेशंस माइनिंग, कंस्ट्रक्शन, पावर, पेट्रोलियम, रोड़्स तथा हाईवेज आदि क्षेत्रों के अलावा अन्य इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स तथा जनरल कार्गो ट्रांसपोर्टेशन में देखने को मिलते हैं। साल 2008 से साल 2010 के आस-पास की समयावधि में कंपनी ने अच्छी सेल्स और परफॉर्मेंस दर्ज की थी। इस को साल 2008 में एनडीटीवी प्रोफिट कार एंड बाइक अवॉर्ड्स द्वारा “बेस्ट कमर्शियल व्हीकल ऑफ दी ईयर” अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। हालांकि हालिया कुछ सालों से यह कंपनी सेल्स में कमी के हालातों से जूझ रही है। जब से सुप्रीम कोर्ट ने ओडि़सा, कनार्टका और गोवा में खनन कार्य पर पाबंदी लगाई है, तथा इस के साथ ही कंस्ट्रक्शन सेक्टर में मंदी आने के बाद साल 2011 और साल 2012 में हुई इसकी 10000 यूनिट्स की सेल्स से यह आंकड़ा घटते हुए साल 2013 और साल 2014 में 4066 यूनिट्स पर आ चुका है।
अब रणनीतिक तौर पर एक बार फिर से अपनी सेल्स बढ़ाने के लिए यह कंपनी टिप्पर ट्रक्स पर अपनी निर्भरता को कम करते हुए कार्गो ट्रक्स सेगमेंट में आगे बढ़ रही है।
कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर और चीफ एग्जीक्यूटिव श्री अनिरूद्ध भुवालका ने कहा कि “एएमडब्लू भी अब अधिक तौर पर सक्रिय रूप से सरकार के डिफेंस प्रोजेक्ट्स तथा एक्सपोर्ट्स में हिस्सा लेने पर विचार कर रही है।” श्री भुवालका कंपनी के प्रयासों को लेकर बहुत ही आशावान है। उन को आशा है कि कंपनी की सेल्स तथा सर्विस नेटवर्क और कार्गो ट्रक रेंज में इस के प्रोडक्ट्स की विभिन्नता को मजबूत करते हुए वो एक सकारात्मक परफॉर्मेंस हासिल करेंगे। कंपनी अपने डीलर्स की संख्या 67 से बढ़ाकर अब 123 करने पर विचार कर रही है। इसके अलावा यह अपने कस्टमर्स बेस को अच्छा करने के लिए अपने सर्विस टच प्वॉइंट 400 से बढ़कर 1500 तक करना चाहती है।